पूर्व सांसद मुंजारे के बयान पर भरवेली सरपंच गीता बिसेन, युवा अनिल बिसेन और विहिप अध्यक्ष विजेश बावने ने जताई नाराजगी, कहा मामले को पूरा जानकार बयान देते तो अच्छा होता

बालाघाट. विहिप प्रखंड अध्यक्ष विजेश बावने से परवेज खान और साथियों द्वारा मारपीट किए जाने के बाद के घटनाक्रम के बाद अब इस पर आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति शुरू हो गई है. जहां विगत दिनों प्रेसवार्ता में पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने इस घटना में पुलिस द्वारा आरोपियों के निकाले गए जुलुस में उनको डंडो से मारने की खिलाफत के साथ ही भरवेली सरपंच गीता बिसेन, युवा नेता अनिल बिसेन और विजेश बावने को लेकर भी बयान दिया था. जिस बयान को लेकर उक्त तीनो ही लोगों ने कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि मामले को पूरा जानकार बयान देते तो अच्छा था, आधी-अधूरी जानकारी के साथ, यह जानकार की उन्होंने आप पर हमला किया था, उन आतंकी सोच के लोगों के पक्ष में बयान देना समझ से परे है.  युवा नेता अनिल बिसेन ने कहा कि परवेज एक आदतन अपराधी है. जिस पर सजा का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है. ऐसे अपराधी तत्व का आम लोगो में भय खत्म करने पुलिस ने यदि कोई उचित कदम उठाया है तो यह पुलिस का मामला है लेकिन इससे भरवेली के आम लोग खुश है.  

परवेज एक आतंकी सोच का युवक है, जो पहले लोगों को नशे का आदि बनाकर उनसे अपराध करवाता है. जिस पर हत्या का प्रयास, चोरी डकैती सहित अन्य अपराध बालाघाट, भरवेली और अन्य प्रदेशो में भी अपराध दर्ज है. 11 जनवरी की आंवलाझरी के विजेश बावने से परवेज और उसके साथियों द्वारा की गई मारपीट के बाद भरवेली में सांकेतिक धरना प्रदर्शन क्षेत्रीय लोगों का निर्णय था. जिसमें मेरी कोई भूमिका नहीं थी. वहीं इसे आरोपी के राजनीतिक रसूख रखने वाले भाई साम्प्रदायिक रंग देने का काम कर रहे है. बावजूद इसके इस मामले मंे पूर्व सांसद कंकर मंुजारे द्वारा मेरा नाम लिया जा रहा है, जो गलत है. या तो उन्हंे पूरी जानकारी नही है, या फिर वह एक पक्षीय बयान दे रहे है.  

उन्होंने कहा कि विहिप के प्रखंड संयोजक विजेश के साथ हुई इस घटना की जानकारी उन्होंने अपने साथियों को दी. जिसके बाद उनके साथियों और भरवेली के सर्वदल के लोगों ने इसके विरोध स्वरूप आरोपी पर कड़ी कार्यवाही की मांग को लेकर सांकेतिक रूप से प्रदर्शन किया.  परवेज आदतन अपराधी है. जिसके पर्याप्त रिकॉर्ड है और दस्तावेज है. उन्होंने कहा कि अधिकांश अपराधो में उसकी संलिप्तता होती है. हालांकि वह बच निकलता है, फिर वह चाहे मुझ पर 2015 में हुए हमले की बात हो या फिर ईट कारोबारी नन्हे खान पर कातिलाना हमला हो. वह क्षेत्र में दहशत फैलाकर अपने अवैधानिक कार्यो मैगनीज चोरी, करोड़ो का सट्टा व्यवसाय, मादक पदार्थ गांजा के काम को अंजाम दे सके.  

युवा नेता अनिल बिसेन ने कहा कि  इनके गांव पायली में ऐसे कई अड्डे है, जहां अन्य राज्यो से अपराध करने आने वाले अपराधियांे को यह पनाह देते है. चूंकि जंगली एरिया होने से यहां कोई जाता नही है. जिसका यह फायदा उठाते है. यही नहीं इन्होंने कालांतर में पूव्र सांसद कंकर मुंजारे पर भी हमला किया था. उसके बाद पूर्व सांसद कंकर मुंजारे का उनके समर्थन में खड़े होकर बयान देना मेरे लिए समझ से परे है.  

उन्होंने कहा कि यह सब विवाद की वजह बबलु का पानठेला है, जिसे हटाने पंचायत 8 जनवरी को पहुंचती है और 11 जनवरी को यह घटना घटित हो जाती है. चूंकि पानठेले से सट्टा का बड़ा कारोबार संचालित होता है.  स्वयं के मकान के अतिक्रमण के सवाल पर अनिल बिसेन ने कहा कि 70 से 80 प्रतिशत रहवासी एरिया, इसी तरह का है, यदि है तो इसकी जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि यह भरवेली के ज्वालादेवी में सायकिल स्टैंंड से हटाए जाने और दुर्गोत्सव में भरवेली के सायकिल स्टैंड के ठेके से बाहर किए जाने से नाराज है और वह दहशत पैदा करना चाहते है कि उनका काम चलता रहे.

सरपंच श्रीमती गीता बिसेन ने कहा कि 15 से 20 वर्र्षाे से भरवेली पंचायत का भवन नहीं है, जिसका निर्माण मेरे कार्यकाल में 15 वें वित्त से हो रहा है लेकिन पंचायत के मुख्य द्धार पर बबलु पान ठेला होने से उसे हटाए जाना जरूरी है, जिसमें स्वयं उसके संचालक ने समय आने पर हटा देने की बात कही थी. जिसके नहीं हटाए जाने पर तहसीलदार न्यायालय से उसके अतिक्रमण को हटाए जाने का आदेश का पालन गत 8 जनवरी को किया जा रहा था. जहां भी आरोपी परवेज और भाईयों ने आकर जेसीबी वालों को भगा दिया. माननीय विधायक महोदय श्रीमती अनुभा मुंजारे भी यहां पहंुची थी, जिनके कहने पर हमने उस दिन अतिक्रमण रोक दिया. जिस समय में मैं स्वयं वहां थी. फिर यह कहना कि सरपंच की जगह सरपंच पति काम करता है, पूर्व सांसद कंकर मुंजारे का यह बयान निराधार है, वह एक शिक्षित महिला है और अपना काम और अपने अधिकार को जानती है.

विहिप प्रखंड संयोजक विजेश बावने ने कहा कि यह सही है कि उन्होंने मेरे सिर पर राड मारी थी, जिसके बाद वह अस्पताल गए और चिकित्सक को दिखवाया था और अपने साथ हुई घटना की जानकारी मैने अपने संगठन के वरिष्ठ लोगों को दी थी. जिसके परिणामस्वरूप घटना के दूसरे दिन भरवेलीवासियों और संगठन के लोगों ने सांकेतिक रूप से घटना को लेकर अपना विरोध दर्ज किया था. जो बात खत्म हो गई थी लेकिन पूर्व सांसद कंकर मुंजारे द्वारा मुझे मीडिया में गुंडा कहा जाना, मुझे रास नहीं आ रहा है, जबकि मेरे खिलाफ आज तक किसी थाने मंे कोई एफआरआर नहीं है, ऐसे मंे मैं कैसे गुंडा हो गया है, यह मैं पूर्व सांसद कंकर मुंजारे से पूछना चाहता हूॅं. उन्होंने कहा कि एक बड़े नेता होने के बावजूद मुझे गुंडा कहकर उन्हें क्या मिला, जबकि इससे मेरे व्यक्तिगत जीवन पर क्या असर पड़ेगा, उसका जिम्मेदार कौन होगा. मेरे परिवार में मेरे बच्चे स्कूल जाते है, उन्हें कोई गुंडे का बच्चा कहेगा तो उनके मन में क्या बितेगी. उन्होंने कहा कि पूर्व सांसद कंकर मुंजारे के मुझे गुंडा कहने से तकलीफ हुई है.  


Web Title : BHARVELI SARPANCH GEETA BISEN, YOUTH ANIL BISEN AND VHP PRESIDENT VIJESH BAWNE EXPRESSED THEIR DISPLEASURE OVER THE STATEMENT OF FORMER MP MUNJARE