नागरिक आपूर्ति निगम और विपणन अधिकारियों और कर्मचारियों ने की हड़ताल, खाद्यान्न वितरण और भंडारण में पड़ा असर, नही जा सकी चांवल की रेक

बालाघाट. मध्यप्रदेश नागरिक आपूर्ति निगम और एमपी वेयर हाउसिंग एंड लाजिस्टिक कार्पोरेशन के अधिकारियों और कर्मचारियों ने शासन द्वारा बढ़ाई गई 60 से 62 वर्षीय सेवानिवृत्ति का लाभ देने, 27 महिने के रूके सातवे वेतमान के एरियर्स के भुगतान और अल्प मानदेय में काम कर रहे आउटसोर्स के कर्मचारियों को नियमित करने एवं उनका वेतन निर्धारण करने जैसी प्रमुख मांगो को लेकर आज एक दिवसीय कामबंद हड़ताल की गई.

जिससे जिले में खाद्यान्न से संबंधित वितरण और भंडारण का कार्य पूरी तरह से बंद रहा और बालाघाट से जो चांवल की रेक आज बाहर जाने वाली थी, वह भी रवाना नहीं हो सकी. जिससे पूरे कामकाज प्रभावित रहा.

मध्यप्रदेश नागरिक आपूर्ति निगम और एमपी वेयर हाउसिंग एंड लाजिस्टिक कार्पोरेशन के अधिकारियों और कर्मचारियों का नेतृत्व कर रहे नागरिक आपूर्ति निगम प्रभारी प्रबंधक आर. के. सोनी ने बताया कि प्रदेश के सभी विभागो में सेवानिवृत्त आयु 60 से 62 वर्ष कर कर दी गई है, लेकिन प्रदेश सरकार को सबसे ज्यादा राजस्व देने वाले मध्यप्रदेश नागरिक आपूर्ति निगम और एमपी वेयर हाउसिंग एंड लाजिस्टिक कार्पोरेशन के अधिकारियों और कर्मचारियों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है. जो न्यायसंगत नहीं है और यह प्रदेश में मध्यप्रदेश नागरिक आपूर्ति निगम और एमपी वेयर हाउसिंग एंड लाजिस्टिक कार्पोरेशन के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ भेदभाव है. इसके अलावा दोनो ही विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियो की 27 महिने का सातवे वेतनमान का भुगतान अब तक नहीं किया गया है. जिससे अधिकारी और कर्मचारियों को आर्थिक रूप से परेशान होना पड़ रहा है. श्री सोनी ने बताया कि इसके अलावा विभागों में आउटसोर्स से डाटा इंट्री ऑपरेटरों को रखा गया है, जिन्हंे घंटो काम करना पड़ता है और उन्हें ठेकेदारी प्रथा के तहत रखकर बहुत ही कम मानदेय दिया जा रहा है जिससे वह आर्थिक रूप से शोषण का शिकार हो रहे है.  

उन्होने बताया कि प्रदेश इकाई के आव्हान पर प्रदेश के पूरे जिले सहित बालाघाट में सभी कार्यरत 80 अधिकारी और कर्मचारी हड़ताल पर रहे. जिससे पीडीएस सेवायें सहित खाद्यान्नों के वितरण और भंडारण का कार्य पूर्णतया बंद रहा. जिससे सरकार को काफी नुकसान उठाना पड़ा है. गौरतलब हो कि सरकार का यह विभाग सरकार को प्रतिवर्ष करोड़ो रूपये का राजस्व देता है लेकिन विभाग के कर्मचारी अपने हक और अधिकार के लिए परेशान हो रहे है.

आंदोलन का नेतृत्व कर रहे प्रभारी प्रबंधक आर. के. सोनी ने बताया कि आज के आंदोलन में दोनो ही शासकीय संस्थाओं के अधिकारी, कर्मचारी से लेकर आउटसोर्स से रखे डाटा इंट्री ऑपरेटर भी हड़ताल पर है. काम बंद इस हड़ताल में आंदोलनकारी अधिकारी एवं कर्मचारी जिला प्रबंधक आर. के. सोनी, सहायक प्रबंधक सुनील खरे, नागेश उपाध्याय, राकेश सोने, मुकेश कन्हेरिया, आरती सहारे, नंदकिशोर तेलासे, आर. के. बैरागी, लोचनसिंह टेंभरे, दुर्गेश बैस, निमेश भज्जे, श्रीमती शारदा मेश्राम, श्रीमती अंजु बागड़े, मोहित बोहने, अनिल यादव, पी. एन. दुबे, रश्मि सदाफल, दिनेश भज्जे, राहुल बैरागी, श्रीमती रितु हिरकने, कमलकांत सिरसाठे, रामदास पाटिल, श्रीमती रविन्द्रा चौहान, मुकेश धर्ते सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी शामिल थे.  


Web Title : CIVIL SUPPLIES CORPORATION AND MARKETING OFFICERS AND EMPLOYEES AFFECTED BY THE STRIKE, DISTRIBUTION AND STORAGE OF FOOD GRAINS, COULD NOT BE RECKONED WITH.