धापेवाड़ा में वृद्ध की मौत संदेहास्पद, ग्रामीण कह रहे वन्यप्राणी से मौत, वनविभाग को नहीं मिले तथ्य, पीएम रिपोर्ट का इंतजार

बालाघाट. कोतवाली थाना क्षेत्र के धापेवाड़ा में 50 वर्षीय अधेड़ की संदेहास्पद मौत हो गई. जिसको लेकर ग्रामीणो का कहना है कि यह मौत वन्यप्राणी तेंदुए के हमले से हुई है, लेकिन घटनास्थल पर वनविभाग को कोई साक्ष्य नहीं मिले है और जहां घटना हुई है, वह वनक्षेत्र से लगा राजस्व क्षेत्र होने की बात कही जा रही है.

जानकारी अनुसार धापेवाड़ा निवासी शांतिलाल नगपुरे के कछार में प्रतापसिंह पिता बैसाखु, खेती-बाड़ी का काम करता है, ग्रामीणों की मानें तो सुबह यह मछली मारने नदी किनारे आया था, लगभग 11 बजे किसी ने यहां देखा तो पाया कि प्रतापसिंह मृत हालत में पड़ा था और उसके सिर फटा था. जिसके बाद ग्रामीणों ने इसे तेंदुए के हमले से मौत होने की बात कही और गांव में यह खबर फैल गई. घटना की जानकारी पुलिस और वनविभाग को भी दी गई. घटना के बाद पुलिस और वनविभाग की टीम पहंुची. जहां ग्रामीणो का कहना है कि तेंदुए के हमले से मौत हुई है. ग्रामीण निहाल मोहारे की मानें तो इससे पहले भी यहां तेंदुए की मौजूदगी रही है, और उसने बकरियों और कुत्तों के बच्चों का शिकार किया है. पहले की अपेक्षा यहां तेंदुए की संख्या बढ़ी है जो गांव की ओर रूख कर सकते है, जिसे देखते हुए वनविभाग इस पर अंकुश लगाए अन्यथा हम आंदोलन करेंगे. घटना के बाद ग्रामीणों में घटना को लेकर ग्रामीणों मंे नाराजगी देखी गई.

जबकि दक्षिण सामान्य बालाघाट की परिक्षेत्र अधिकारी पूर्णिमा धुर्वे का कहना है कि घटनास्थल पर वृद्ध की तेंदुए के हमले से मौत के कोई साक्ष्य नही मिले है और ना ही मृतक की बॉडी पर कोई निशान मिले है, जबकि वन्यप्राणी तेंदुए के हमले में कम से कम बॉडी में नाखूनों के निशान पाए जाना था. फिलहाल इस मामले में अब पीएम रिपोर्ट से ही घटना की वास्तविकता से पर्दा उठ पाएगा.  


Web Title : DEATH OF ELDERLY MAN IN DHAPEWADA SUSPICIOUS, VILLAGERS SAY DEATH FROM WILDLIFE, FOREST DEPARTMENT DID NOT GET FACTS, WAITING FOR PM REPORT