कोसमी पंचायत के आखर मैदान में परंपरानुसार की गई गोवर्धन पूजा, खेली गाय

बालाघाट. प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी दीपावली के दूसरे दिन 6 नवंबर को पूरे जिले सहित मुख्यालय और इससे लगे ग्रामीण अंचलो में सामाजिक लोगों ने आखर मैदान में गोवर्धन पूजा की और गाय खेलने की परंपरा परंपरा का निर्वहन किया. मुख्यालय से लगे ग्राम पंचायत कोसमी के आखर मैदान में दीपावली के दूसरे दिन ग्रामीण परंपरानुसार गोवर्धन पूजा और गाय खेलने का कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीण लोग मौजूद थे. जबकि रात में मंडई कार्यक्रम आयोजित किया गया.  

पूर्व सरपंच गगन नगपुरे ने बताया कि कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को पूरे देश में धार्मिक मान्यता के अनुसार गोवर्धन पूजा की जाती है. यह हमारा पारंपरिक त्यौहार है, जिसे सभी लोग हर्षोल्लास से मनाते है. दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा के तहत प्रत्येक घर में गोवर्धन पूजा की जाती है, चंूकि यह अहिर यादव समाज का प्रमुख त्यौहार है, जिसे सभी हिन्दु धर्मावलंबी लोग मिल-जुलकर मनाते है. इसी परंपरा का पालन करते हुए कोसमी के आखर मैदान में गाय लाकर गोवर्धन पूजा की गई. जिसके बाद गाय खेलने का आयोजन किया गया. रात्रि में कोसमी ग्राम में मंडई और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन मंडई समिति अध्यक्ष दुर्गा उपवंशी के मार्गदर्शन में किया जायेगा. उन्होंने बताया ब्रजवासियों की रक्षा के लिए भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी उंगली पर विशाल गोवर्धन पर्वत को उठाकर हजारों जीव-जतुंओं और ब्रजवासियों की रक्षा की थी. उसके बाद से प्रतिवर्ष दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा की जाती है. जिस परंपरा का निर्वहन करते हुए कोसमी में गोवर्धन पूजा और गाय खेलने का कार्यक्रम आयोजित किया गया था. जिसमें ग्राम के सभी ग्रामीण, कार्यक्रम में शामिल रहे.


Web Title : GOVARDHAN PUJA PERFORMED AS PER TRADITION AT AKHAR MAIDAN IN KOSMI PANCHAYAT, KHELI COW