पटाखों दुकानों का दूसरे दिन भी जारी रहा निरीक्षण, गुरूकृपा ट्रेर्डिंग पटाखा दुकान में मिली सुरक्षा में खामियां

बालाघाट. हरदा में अवैध पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट के बाद सरकार के निर्देश पर जिले का प्रशासनिक और पुलिस अमला, पटाखा लायसंेसधारी और दुकानों की जांच में जुटा है. चूंकि बालाघाट जिला भी हरदा जैसी भयावह घटना का शिकार रहा है, जिससे यहां पटाखो की जांच और महत्वपूर्ण हो जाती है, यही नही बल्कि नक्सल प्रभावित बालाघाट जिले में कई दफा, पुलिस ने जब्त किए नक्सली डंप में प्रेशर बम में उपयोग होने वाले सुतली बमो को बरामद किया है, जिससे यहां जांच और महत्वपूर्ण हो जाती है. जिले में पटाखों को लेकर एक और बड़ी वजह यह भी है कि बीते समय जीएसटी अधिकारियों की टीम ने पटाखा व्यवसायी के यहां दबिश मंे भारी मात्रा में बड़ी धनराशि के पटाखे विक्रय का मामला पकड़ा था. जिससे जीएसटी विभाग ने जुर्माना भी वसुला था, हालांकि यह पटाखे किसको बेचे गए, यह अब तक सामने नहीं आ सका है, जिस मामले के ठंडा पड़ने के बाद पटाखा विक्रय की भी जानकारी ठंडे बस्ते मंे चले गई थी लेकिन हरदा में पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट के बाद बालाघाट में पटाखा लायसेंसधारियों और पटाखा दुकानों की हो रही जांच में यह जानकारी भी प्रासंगिक हो जाती है.

2017 मंे बालाघाट खैरीकांड और 2024 में हरदा कांड में समानता यह है कि दोनो ही नियमों के विरूद्ध चल रही थी. हालांकि हरदा से ज्यादा बालाघाट में मानव जिंदगी खत्म हुई थी, लेकिन इसमंे कार्यवाही के नाम पर उंगली में गिने वाले लोगों पर ही कार्यवाही हो सकी. जिसका दंश उस घटना में अपनो को खो चुका परिवार आज भी झेल रहा है. हरदा कांड के बाद प्रशासन और पुलिस अमला, पटाखा लायसेंसधारी और पटाखा दुकानों की जांच कर रहा है, लेकिन यह भी सोचनीय है कि दीपावली पर्व पर पटाखों की दुकान लगाने वाले अस्थायी पटाखा लायसेंसधारी, भारी मात्रा में जिले और बाहर से पटाखो का क्रय कर लाते है, वह पर्व में पटाखो की बिक्री के बाद पटाखों को कहां डंप करते है? यह भी एक बड़ा सवाल है.  

फिलहाल प्रदेश के हरदा मंे अवैध पटाखा फैक्ट्री में हुए जानमाल के नुकसान के बाद सरकार के निर्देश पर कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा और पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ के निर्देश पर एसडीएम, एसडीओपी और सीएसपी के नेतृत्व मंे प्रशासनिक अमला पटाखा लायसेंसधारियों और पटाखा दुकानों का निरीक्षण कर रहा है. प्रशासनिक और पुलिस अमले द्वारा जांच का यह सिलसिला 07 फरवरी को दूसरे भी दिन जारी रहा.  

07 फरवरी को सरेखा बायपास में स्थित गुरूकृपा ट्रेर्डिंग के नाम से पटाखे विक्रय दुकान का सीएसपी अंजुल अयंक मिश्रा, तहसीलदार ने अमले के साथ निरीक्षण किया. इस दौरान पटाखा दुकान मंे फायर सुरक्षा और पटाखो के बिलों को लेकर खामियां दिखाई दी. सीएसपी अंजुल अयंक मिश्रा ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर पूरे जिले में प्रशासनिक और पुलिस अमला पटाखा लायसेंसधारी और दुकानों की जांच कर रही हैं. पटाखा दुकान की जांच में खामियां पाए जाने पर उसे पटाखा व्यवसायी को कागजात पेश करने कहा है और कर्मियो को रिटर्न मंे लिया गया है. जिसकी रिपोर्ट कलेक्टर साहब को पेश की जाएगी. जिसके बाद जो निर्णय होगा, उसका पालन करवाया जाएगा.


Web Title : INSPECTION OF FIRECRACKER SHOPS CONTINUES FOR SECOND DAY, SECURITY LAPSES FOUND IN GURUKRUPA TRADING FIRECRACKER SHOP