कैदी की चाह बने अफसर, कैदी ने दी पीएससी की परीक्षा, 13 केंद्रों में चार हजार से ज्यादा परीक्षार्थियों ने दी कड़ी सुरक्षा और निगरानी में प्रारंभिक परीक्षा

बालाघाट. जेल में बंद कैदी भी अफसर बनना चाहता है, 17 दिसंबर रविवार को जिले के 13 परीक्षा केन्द्रो में आयोजित पीएससी की परीक्षा, दो पालियों में आयोजित की गई. जिसमें चार हजार से ज्यादा परीक्षार्थियों ने अफसर बनने के लिए परीक्षा दी. खास बात यह है कि एक कैदी ने भी अफसर बनने की चाह को लेकर पीएससी की परीक्षा दी.  

राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा में एक कैदी को भी शामिल होने का अवसर मिलने पर नोडल अधिकारी राहुल नायक ने बताया कि जिस तरह शिक्षा का अधिकार सभी को है, उसी तरह अपनी योग्यता सिद्ध करने का अधिकार सभी को है, फिर वह आम या विचाराधीन कैदी ही क्यों ना हो, एमपीपीएससी के जिले में बनाए गए 13 केन्द्रो में शा. उत्कृष्ठ विद्यालय के केंद्र पर उपजेल बालाघाट के एक कैदी को भी अपनी योग्यता सिद्ध करने का पूरा अवसर परीक्षा में शामिल कर दिया गया. शहर के सभी 13 केंद्रों पर शांतिपूर्ण परीक्षा शांतिपूर्ण रही. परीक्षा को लेकर कड़ी सुरक्षा और निगरानी के पूरे इंतजाम किए गए थे. आयोग द्वारा निर्धारित दो पालियों में परीक्षा आयोजित की गई.  

परीक्षा के दौरान कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा ने परीक्षा के लिए बनाए गए केन्द्र पीजी कॉलेज एवं महर्षि स्कूल का निरीक्षण किया. साथ ही अपर कलेक्टर ओपी सनोडिया एवं अन्य अधिकारियों तथा उड़नदस्ते ने केन्द्रो का आकस्मिक निरीक्षण किया.  परीक्षा नोडल अधिकारी एसडीएम  नायक ने बताया कि एमपीपीएससी की परीक्षा की प्रथम पाली में 4201 परीक्षार्थी उपस्थित और 1501 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे. इसी तरह दूसरी पाली में 4152 परीक्षार्थी उपस्थित एवं 1550 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे. जिले में कुल 5702 परीक्षार्थियों के लिए 13 केंद्र बनाए गए थे.


Web Title : MORE THAN 4,000 CANDIDATES APPEARED FOR THE PSC EXAMINATION IN 13 CENTRES UNDER TIGHT SECURITY AND SUPERVISION.