मेहरा तालाब से 16 अतिक्रमणकारी को हटाने नपा ने की भारी तैयारी, अवैध गौरीशंकर नगर में जाकर बस जायें अतिक्रमणकारी-सीएमओ

बालाघाट. नगर का मेहरा तालाब, जिसकी सीमा बताने को कोई तैयार नहीं है, आखिर उसमें केवल 16 ही अतिक्रमणकारी है, या फिर तालाब के सीमा क्षेत्र में और भी अतिक्रमण है, तो फिर तालाब को संपूर्ण अतिक्रमणमुक्त करने की कार्यवाही क्यों नहीं की जा रही है? ऐसे सवाल मेहरा तालाब मंे बसे 16 अतिक्रमणकारियों को हटाने को लेकर प्रशासन और नपा की जा रही भारी तैयारी पर सवाल खड़े हो रहे है. नपा 1 फरवरी को एनजीटी के आदेश का हवाला देकर 16 अतिक्रमणकारियों को हटाने की पूरी तैयारी में है. नपा सीएमओ की मानंे तो नपा का 500 लोगों का अमला, प्रशाासनिक बड़े अधिकारी से लेकर तहसीलदार और पुलिस के आला अधिकारी से लेकर आरक्षक तक का अमला, अतिक्रमण हटाने में बाधक बनने वालों के लिए तैयार है और पूरी तैयारी के साथ अतिक्रमण हटाया जायेगा.

मेहरा तालाब को लेकर प्रशासन और अतिक्रमणकारियों में छिड़ी जंग का असली युद्ध 1 फरवरी को देखने को मिलेगा. जहां अतिक्रमणकारियों ने सुविधायुक्त विस्थापित स्थल की मांग पर की है, वहीं प्रशासन की अतिक्रमणकारियों को विस्थापित करने की जगह को लेकर असंमजस दिखाई दे रहा है. जहां पूर्व में फिल्टर प्लांट के पास खाली पड़ी जगह पर अतिक्रमणकारियों को विस्थापित करने के लिए भूमि को चिन्हित किया था. वहीं अतिक्रमण से पूर्व नपा सीएमओ सतीश मटसेनिया का कहना है कि स्वेच्छा से अतिक्रमणकारी अवैध रूप से बसे गौरीशंकर नगर में जाकर बस जायें, नपा उन्हें परेशान नहीं करेगी. मतलब एक बार फिर अतिक्रमणकारियो को अवैध कब्जा करने, जिम्मेदार लोग कह रहे है, जो ना केवल आश्चर्यजनक है बल्कि प्रशासन के अतिक्रमणकारियों को विस्थापन करने पर भी सवाल खड़े करता है.

फिलहाल मेहरा तालाब में महज चिन्हित 16 अतिक्रमणकारियों को नपा प्रशासन ने समय पूर्व अतिक्रमण हटाने के नोटिस जारी कर पर्याप्त समय दिया है, जिसके बाद भी अतिक्रमणकारियों के यहां से नहीं हटने पर नपा, प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस के सहयोग से आज 1 फरवरी को भारी तैयारी के साथ अतिक्रमण हटाने पहुंचने वाली है. जिसकी पुष्टि सीएमओ सतीश मटसेनिया ने की है. प्रेस से चर्चा करते हुए सतीश मटसेनिया ने बताया कि माननीय एनजीटी के आदेश के पालन में 16 अतिक्रमणकारियों को हटाया जाना है, कई बार सूचित कर अंतिम बार भी सूचित किया गया है. जिनसे निवेदन है कि नई जगह चले जायें, वहां अपनी बसाहट कर ले, जिसके लिए गौरीशंकर नगर है, जो अवैध रूप से बसा है, वहां पर जाकर वे बस सकते है, नपा को कोई दिक्कत नहीं है. 1 फरवरी को नपा, जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा 9 बजे तोड़ने की तैयारी की जायेगी. माननीय आदेश के पालनार्थ कार्यवाही की जायेगी. अतिक्रमणकारी सहयोग प्रदान करें, विस्थापित हो जायें. विवाद की स्थिति में हमारे पास 5 सौ कर्मचारी, पुलिस का बल रहेगा और प्रशासन के सभी वरिष्ठ अधिकारी रहेंगे तो किसी प्रकार की विवाद जैसी कोई स्थिति नहीं आयेगी.  

वहीं अतिक्रमणकारी योगिता कावड़े का कहना है कि हमने यहां अपने मेहनत की कमाई से मकान बनाया है, जो टूटेगा तो निश्चित ही पीड़ा होगी. इस मामले में कोर्ट के नोटिस और आवेदन को लेकर कलेक्टर साहब से व्यक्तिगत मुलाकात कर उनसे मांग की गई है कि हमें व्यवस्थित जगह उपलब्ध कराई जायें, ताकि हमारे बच्चो की पढ़ाई के साथ ही किसी प्रकार की दिक्कत न हो. वर्तमान समय में कोरोना के कारण कोई रूम किराये से नहीं दे रहा है और कहीं है तो भी उसका किराया 5 से 6 हजार रूपये है, इतने महंगे किराये का मकान लेंगे तो हम खायेंगे क्या. अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही को लेकर आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन से भी मिलने पहुंचे थे. जहां उनके नहीं मिलने पर जिला पंचायत प्रधान श्रीमती रेखा बिसेन ने हमें अतिक्रमण अभी नहीं हटाने के लिए आश्वस्त किया है.  

अतिक्रमण हटाने एसडीएम कार्यालय से मांगा गया पुलिस बल

एसडीएम कार्यालय से पुलिस अधीक्षक को जारी किये गये पत्र में 1 फरवरी को मेहरा तालाब से एनजीटी के आदेशानुसार अतिक्रमण हटाने की जाने वाली कार्यवाही के लिए पुलिस बल मांगा गया है. पत्र में हवाला दिया गया है कि उक्त क्षेत्र अति संवेदनशील होने से अवैध अतिक्रमण हटाये जाने के दौरान कानून एवं शांति व्यवस्था बिगड़ने की स्थिति पैदा हो सकती है. जिसके लिए कानून एवं शांति व्यवस्था के लिए अतिक्रमण हटाये जाने के दौरान महिला पुलिस बल सहित पुलिस बल उपलब्ध कराया जायें.


Web Title : NAPA MAKES HEAVY PREPARATIONS TO REMOVE 16 ENCROACHERS FROM MEHRA POND, ILLEGAL GO TO GAURISHANKAR NAGAR AND SETTLE DOWN ENCROACHERS CMO