पी.जी. कॉलेज में रमन स्पेक्ट्रोस्कोपी पर एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन

बालाघाट. शासकीय जटाशंकर त्रिवेदी स्नातकोत्तर महाविद्यालय में 27 मार्च को रमन स्पेक्ट्रोस्कोपी विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य डॉ. गोविंद सिरसाटे तथा कार्यक्रम संयोजक डॉ. एन. एम. कुरैशी द्वारा मॉं सरस्वती के छायाचित्र पर माल्यार्पण तथा दीप प्रज्ज्वलन द्वारा किया गया.

तत्पश्चात डॉ. एन. एम. कुरैशी द्वारा रमन प्रभाव के जनक डॉ. सी. वी. रमन के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया गया कि डॉ. सी. वी. रमन संपूर्ण एशिया से पहले वैज्ञानिक थे. जिन्हें भौतिकशास्त्र में नोबल पुरस्कार से नवाजा गया. रमन प्रभाव के विषय में बताते हुए डॉ. कुरैशी ने बताया कि जब एकवर्णी प्रकाश किसी पारदर्शी द्रव अथवा ठोस पदार्थ से गुजरता है तो प्रकीर्णित प्रकाश की तरंग दैर्ध्य परिवर्तित हो जाती है, तरंगदैर्ध्य का यह परिवर्तन रमन इफेक्ट कहलाता है. वेबिनार के मुख्य वक्ता शासकीय स्वशासी महाविद्यालय छिंदवाड़ा के भौतिकशास्त्र के प्राध्यापक डॉ. युवराज पाटिल थे. डॉ. पाटिल ने रमन स्पेक्ट्रोस्कोपी के विषय में विस्तार से चर्चा की तथा इसके विभिन्न स्वरुपों तथा अनुप्रयोगों के बारे में बताया. वेबिनार में डॉ. चुरामन चौरे, डॉ. सरिता खोब्रागडे, डॉ. विनोद आड़े द्वारा शोध पत्रों का वाचन किया गया.

कार्यक्रम का संचालन डॉ. चुरामन चौरे तथा डॉ. सरिता खोब्रागड़े द्वारा किया गया. कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय में अध्यनरत एम. एस-सी. पूर्वार्ध तथा उत्तरार्ध के विद्यार्थियों हिमांशु हिवारे, रोशनी मिश्रा, रुपाली पंचेश्वर, प्रतीक कौशल, दिव्यांशसिंह ठाकुर तथा नितिन कटरे आदि का विशिष्ट सहयोग रहा. वेबिनार में अन्य विभागों से डॉ. पी. एस. कातुलकर, डॉ. अरविंद तिवारी, डॉ. आर. क. े त्रिवेदी, डॉ. परसराम ठाकरे, डॉ. सेवंत ठाकरे सहित अन्य उपस्थित थे. वेबिनार को सफल बनाने में भौतिकी विभाग के कर्मचारी एन. के. नगपुरे, धूरनलाल शरणागत तथा आकाश बोरीकर का विशेष सहयोग रहा. कार्यक्रम के अंत में वेबिनार के सह संयोजक डॉ. विनोद आड़े द्वारा आभार प्रदर्शन करते हुए ऑनलाइन तथा हाल में उपस्थित लोगों को धन्यवाद ज्ञापित किया गया.


Web Title : ONE DAY NATIONAL WEBINAR ON RAMAN SPECTROSCOPY HELD AT P.G. COLLEGE