आरटीओ की कार्यवाही से नाराज ऑटो चालकों ने सौंपा ज्ञापन, तहसीलदार ने किया आश्वस्त, कोरोनो के बाद उभरे ऑटोचालकों पर कार्यवाही की मार

बालाघाट. कोरोना महामारी के बाद जैसे जिंदगी पर पटरी पा आ रही है, हालांकि अभी भी कोरोना महामारी के दौरान काम धंधे बंद होने से आर्थिक विपन्नता में वह सुधार नहीं आ सका है, जिससे कि सम्मानपूर्वक जीवन जी सके. आज भी दो जून की रोजी के लिए छोटे-छोटे लोग जूझ रहे है. जिसमें ऑटो चालक भी आते है, अभी ऑटो चालक दो साल की कोरोना महामारी की मार से उठे ही थे कि नियमों को लेकर फिर उनकी पेट में लात पड़ी है.  

गत दिवस आरटीओ अनिमेष गढ़पाले द्वारा नियम फिटेनस एवं परमिट का हवाला देते हुए 12 से 13 ऑटो को जब्त कर लिया गया है. जिसको लेकर आज ऑटो चालक संयुक्त होकर तहसीलदार रामबाबु देवांगन से मिले और अपनी व्यथा सुनाई. जिस पर तहसीलदार ने ऑटो चालकों को आश्वस्त किया है कि वर्तमान समय में चालानी कार्यवाही कर ऑटो को छोड़ दिया जायेगा लेकिन निर्धारित अवधि में ऑटो चालक अपने ऑटो के फिटनेस और परमिट की कार्यवाही पूरी कर ले अन्यथा इसके बाद ऑटो को जब्त करने की कार्यवाही की जायेगी.

ऑटो चालक शहजाद खान ने बताया कि कोरोना के दो साल के बाद अभी कुछ समय पहले से ही ऑटो चलाना प्रारंभ किये है. जिनके ऑटो को आरटीओ अधिकारी द्वारा नियमों के तहत ऑटो का फिटनेस और परमिट नहीं होने पर जब्त कर लिया गया है. हमारी मांग है कि वर्तमान में जुर्माना कार्यवाही कर ऑटो को छोड़ दिया जायें और हमें 15 दिनों का समय दे, जिसके बाद यदि हम ऑटो के फिटनेस और परमिट कागजात नहीं बनवा सके तो हमारे ऑटो को जब्त कर लिया जाये.  

गौरतलब हो कि गत दिनों आरटीओ अधिकारी अनिमेष गढ़पाले बगैर परमिट और फिटनेस के ऑटो पर कार्यवाही करने पहुंचे ही थे, इस दौरान ही लापरवाही से अपने वाहन के दरवाजे खोलने पर दो युवक वाहन के दरवाजे से टकराकर घायल हो गये थे. जिसमें एक युवक की हालत गंभीर है, जिसका हायर सेंटर में उपचार चल रहा है.  


Web Title : TEHSILDAR ASSURES MEMORANDUM SUBMITTED BY AUTO DRIVERS ANGRY WITH RTO ACTION, TAKES ACTION AGAINST AUTO DRIVERS WHO EMERGED AFTER CORONO