जिले में लगातार सोसायटी सेल्समेनो की गड़बड़ी आ रही सामने, अधिकारियों की जांच से विक्रेताओं में हड़कंप, एसडीएम ने जांच कर पकड़ी गडबड़ी

बालाघाट. गरीबों के हक पर डाका मारने वाले सेल्समेनों की अब खैर नहीं है, जिले के संवेदनशील कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा ने गरीबों को सोसायटी के माध्यम से मिलने वाले राशन की जांच किये जाने के अधिनस्थ अधिकारियो को दिये गये निर्देश के बाद लगातार यह बात सामने आ रही है कि उचित मूल्य दुकान विक्रेता सेल्समेन द्वारा गरीबों के हक के अनाज में गड़बड़ी कर रहे है. गुडरू में सोसायटी के राशन के उपसरपंच के घर मिलने के मामले के बाद यह साफ हो गया है कि जिले मंे सोसायटी सेल्समेन की मिलीभगत से राशन की अफरा-तफरी हो रही है, जिसके सबूत भी कलेक्टर डॉ. मिश्रा और अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के उचित मूल्यो की दुकानों की जांच के दौरान मिले है, जहां उन्हें स्टॉक मंे अनियमितता मिली है, कहीं स्टॉक और वितरण से ज्यादा खाद्यान्न है तो कहीं बिना वितरण के स्टॉक में कमी पायी जा रही है.  

कलेक्टर डॉ. मिश्रा के स्वयं दौरे के दौरान उचित मूल्यों की दुकानों के निरीक्षण के साथ ही अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को उचित मूल्यांे के निरीक्षण की दिये गये जांच के निर्देश के बाद जहां गत दिनों किरनापुर एसडीएम ने क्षेत्र की उचित मूल्यांे की दुकानों की जांच कर गड़बड़ी पकड़ी है, वही गत दिवस बालाघाट अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के. सी. बोपचे और एवं कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी द्वारा उचित मूल्य दुकान खुरसोड़ी एवं उपकेंद्र पेंडरई की जाच की गई. जिसमे उचित मूल्य दुकान में ऑनलाइन एवं ऑफलाइन स्टॉक का भौतिक सत्यापन करने पर गेंहू 11. 76 क्विंटल कम पाया गया. वहीं चावल 3. 18 क्विंटल एवं केरोसिन 45. 2 लीटर अधिक पाया गया. मौके पर उचित मूल्य दुकान विक्रेता महेश सोलखे के विरुद्ध लक्षित सार्वजिक वितरण प्रणाली (नियंत्रण) आदेश 2015 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया.

यह तो उन उचित मूल्यों की दुकान का डाटा है, जहां अधिकारी निरीक्षण कर रहे है, जबकि ऐसी अनेक दुकानें है, जहां निरीक्षण नहीं हो सका है, जबकि सूत्रों की मानें तो गरीबों के हक का अनाज और उचित मूल्य दुकानों से मिलने वाली सस्ते दर की सामग्री को उचित मूल्य दुकान के विक्रेता, हितग्राहियों को कभी स्टॉक की कमी और कभी स्टॉक उपलब्ध नहीं होने की बात कहकर उनके हिस्से के अनाज और केरोसिन को खुले बाजार मंे बेचकर मुनाफा कमाते है. जिससे जिले में आज कई सोसायटियों सेल्समेन की आवक या उनका रहन-सहन किसी अधिकारी से भी कम नहीं है.  

निश्चित ही जिला प्रशासन की इस कार्यवाही से जहां उचित मूल्य दुकानों के सेल्समेन में हड़कंप में, वहीं हितग्राहियों को उनके हक का राशन और केरोसिन मिल सकेगा. जिसे विक्रेता, आर्थिक स्वार्थपूर्ति के लालच में अधिक दामों पर बाजार में बेच दिया करते थे. जो कार्यवाही के निर्देश के तहत ही नहीं होनी चाहिये, बल्कि समय-समय पर इसकी जांच होती रही तो निश्चित ही एक दिन इस पर रोक की उम्मीद की जा सकती है.


Web Title : THE DISTRICT IS CONSTANTLY FACING THE MESS OF THE SOCIETY SALESMEN, THE INVESTIGATION OF THE OFFICIALS HAS CREATED A STIR AMONG THE VENDORS, THE SDM CONDUCTED AN INQUIRY AND CAUGHT THE MESS.