जल आवर्द्धन योजना की जांच करने भोपाल और जबलपुर से पहंुची 06 सदस्यीय जांच टीम, कांग्रेसी पार्षदों को नहीं दी जानकारी, जांच कर रहे अधिकारियों के पास पहुंचे कांग्रेसी

बालाघाट. बालाघाट नगरपालिका क्षेत्र के रहवासियांे को दो वक्त पानी देने 38 करोड़ की जलावर्द्धन योजना सालों पहले मिली थी, लेकिन आज भी वह काम पूरा नहीं हो सका है, जहां पाईप लाईन बिछाई गई है, वहां आलम यह है कि लोगों को पाईप लाईन से प्रेशर से पानी नहीं आने के कारण पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है. जिसे समय-समय पर परिषद की बैठक में उठाया गया और इसको लेकर नगरीय प्रशासन विभाग जबलपुर और भोपाल तक पत्राचार किया गया. लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हो सकी है. विधानसभा चुनाव के बाद बालाघाट की नवनिर्वाचित विधायक श्रीमती मुंजारे ने इस मामले को विधानसभा में उठाकर इसके जांच की मांग की.  

जिसके जवाब में नगरीय प्रशासन मंत्री ने आश्वस्त किया था कि भोपाल से नगरीय प्रशासन की टीम भेजकर जांच कराई जाएगी. जिसके भी लंबे इंतजार के बाद जब 08 मई को भोपाल और जबलपुर से 06 सदस्यीय जांच टीम पहुंची तो ना तो इसकी जानकारी शिकायतकर्ता को दी गई और ना ही कांग्रेसी पार्षदों को.  हॉटल मंे ठहरे जांच टीम को अटैंड करने के बाद नगरपालिका के जल प्रदाय विभाग की इंजीनियर और अधिकारी, जांच टीम के साथ गुपचुप तरीके से एक वार्ड में पहुंच गए. जहां वह जांच कर ही रहे थे कि यहां कांग्रेस के पार्षद और विधायक प्रतिनिधि पहुंच गए. यहां उन्होंने जांच टीम के सामने, कांग्रेसी पार्षदों को जांच टीम के बालाघाट पहुंचने और जांच करने स्पॉट पर जांच करने की जानकारी नहीं देने पर नाराजगी जाहिर की. उन्होंने जांच अधिकारियों को भी आड़े हाथ लिया. हालांकि जांच अधिकारी कार्यपालन यंत्री राकेश रावत ने कांग्रेसी पार्षदों को चर्चा के लिए समय दिया है और आश्वस्त किया है कि उनके बताए गए स्थल पर भी जांच की जाएगी.

जानकारी अनुसार 6 सदस्यीय टीम में भोपाल से नगरीय प्रशासन विभाग के कार्यपालन यंत्री राकेश रावत, सुरेश डहेरिया, बी. एस. बघेल सहित अन्य सदस्य 08 मई को बालाघाट पहुंचे. यहां वे जलावर्द्धन योजना के तहत ठेकेदार द्वारा किए गए कार्यो की जांच करेंगे. बताया जाता है कि जलावर्द्धन योजना के तहत ठेकेदार द्वारा बिछाई गई पाईप लाईन की गहराई और पाईप लाईन से सप्लाई होने वाले पानी के प्रेशर की जांच करेंगे.  बताया जाता है कि प्रथम दिन आधा दर्जन से ज्यादा जिन वार्डो में पाईप लाईन की गहराई और प्रेशर की जांच की गई, उसमें खामियां मिली है. वार्ड क्रमांक 09 में जांच टीम को प्रेशर कम होने के साथ ही कनेक्शन लाईन के मेन पाईप लाईन के नीचे होने पर, इसके सुधार के निर्देश ठेकेदार को दिए है.  जांच टीम के बालाघाट पहुंचकर जांच कराने की जानकारी नहीं मिलने पर नेता प्रतिपक्ष कारो लिल्हारे ने कहा कि कांग्रेसी पार्षदों की शिकायत और विधायक महोदय के विधानसभा में सवाल उठाए जाने के बाद जांच टीम जांच करने पहुंची, लेकिन कांग्रेस के किसी पार्षदों को नगरपालिका द्वारा जानकारी नहीं दी गई. उन्होंने कहा कि दो साल में पूर्ण होने वाली योजना, आज सालों बाद भी पूर्ण नहीं हो सकी है. पाईप लाईन से प्रेशर कम होने के नगरवासी परेशान है. हमने जांच टीम से समय मांगा है, हम जांच टीम को बताएंगे की कहां और कैसी समस्या है, जिसकी वह जांच करें.

विधायक प्रतिनिधि शफकत खान ने कहा कि 38 करोड़ की नलजल योजना में आज भी नगरवासियों को पूर्ण पानी नहीं मिल पा रहा है. जिसको लेकर विधानसभा में विधायक महोदया के सवाल उठाने के बाद नगरीय प्रशासन मंत्री ने जांच का भरोसा दिलाया था. जिसकी जांच के लिए टीम बालाघाट पहुंची है, लेकिन इसकी सूचना ना तो शिकायतकर्ता विधायक को है और ना ही कांग्रेसी पार्षदों को, जिसको लेकर हमने नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि यदि जांच टीम के आने की जानकारी छिपाई जा रही है तो साफ है कि विधायक और पार्षदों द्वारा जो सवाल खड़े किए गए है, वह सही है और नगरपालिका उसे जांच को दबाना चाहती है. उन्होंने कहा कि जलावर्द्धन योजना में ठेकेदार द्वारा कार्य गुणवत्तापूर्ण कार्य नहीं किए जाने पर उसके भुगतान नहीं करने को लेकर कांग्रेसी पार्षदों ने आपत्ति लगाई थी, लेकिन बीते एक माह के लिए प्रभारी बनी सीएमओ दिशा डेहरिया को ऐसा क्या नजर आ गया कि भुगतान की आपत्तियो के बावजूद उन्होने ठेकेदार का 40 लाख रूपए का भुगतान कर दिया.  

जलावर्द्धन योजना को लेकर कांग्रेसी पार्षद सजग तो भाजपाई पार्षद दिखे सुस्त

नगरपालिका क्षेत्र में जलावर्द्धन योजना से प्रेशर से पानी नहीं मिलने की शिकायत केवल कांग्रेसी पार्षदों के वार्ड में नहीं बल्कि भाजपाई पार्षदों के वार्ड में भी है, बावजूद इसके 08 मई को भोपाल से जांच करने पहुंची जांच टीम को लेकर जितने सक्रिय कांग्रेसी पार्षद दिखाए दिए, उतने ही सुस्त दिखाई दिए. आलम यह रहा कि जिस भाजपाई पार्षद के वार्ड में जांच की गई, वहां भाजपा पार्षद ही गैर मौजूद थी.


इनका कहना है

आज हम पूरी जांच कर रहे है, जांच के बाद ही हम मीडिया से कोई चर्चा कर पाएंगे.  

राकेश रावत, कार्यपालन यंत्री, नगरीय प्रशासन विभाग, भोपाल

Web Title : A 6 MEMBER INVESTIGATION TEAM ARRIVED FROM BHOPAL AND JABALPUR TO INVESTIGATE THE WATER AUGMENTATION SCHEME