केन्द्र को बंद कर हड़ताल पर गई आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका

बालाघाट. महिला बाल विकास विभाग के सीडीपीओ, परियोजना अधिकारी, सुपरवाईजर और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकायें, एक साथ सामूहिक हड़ताल पर चली गई है. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकायें तो 15 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल में है, जिन्होंने 17 मार्च से बस स्टैंड में धरना प्रदर्शन भी शुरू कर दिया है. जिसके चलते ना केवल परियोजना कार्यालय बंद है बल्कि आंगनबाड़ी में भी ताला लटक गया है.

मध्य प्रदेश बुलंद आवाज नारी शक्ति आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संगठन ने सरकार के एक मार्च को पेश किये गये बजट में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं के लिए कोई प्रावधान नहीं किये जाने पर नाराजगी जाहिर की. जिलाध्यक्ष श्रीमती योगिता कावड़े ने बताया कि हमें उम्मीद थी कि सरकार बजट में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं के लिए प्रावधान करेगी, लेकिन वह दिखाई नहीं दिया. जिसके बाद हमने शासन को 10 मार्च तक मांगो पर विचार करने का समय दिया था, बावजूद इसके शासन द्वारा कोई पहल नहीं किये जाने संगठन के नेतृत्व में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकायें 15 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चली गई हैं.

उन्होंने बताया कि प्रांतीय स्तर से जिलास्तर तक अनिश्चितकालीन हड़ताल प्रारंभ कर दी गई हैं.   काम-काज को ठप्प कर दिया हम विगत लंबे समय से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं के नियमितिकरण, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को कार्यकर्ता का दर्जा, अनुभवी कार्यकर्ताआंे की सुपरवाईजर पर पदोन्नति, रिटायरमेंट के बाद कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं को एकमुश्त राशि और पेंशन की सुविधा तथा वर्ष 2018 में तनखा से काटी गई 15 सौ रूपये की राशि का ऐरियर्स सहित भुगतान करने की मांग है, जब तक शासन हमारी मांगो पर विचार नहीं करती है तब तक आंगनबाड़ी को बंद कर कार्यकर्ता एवं सहायिकायें, अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेगी.  आंगनबाड़ियो के हड़ताल में चले जाने से ना केवल आंगनबाड़ी केन्द्र की व्यवस्था पर असर पड़ा है, बल्कि शासन की महत्वकांक्षी लाडली लक्ष्मी बहना के सर्वे भी असर पड़ेगा.


Web Title : ANGANWADI WORKERS AND HELPERS GO ON STRIKE AFTER CLOSING CENTRE