गुमशुदा लड़की को बेचे जाने का एक और मामला उजागर, आरोपी गिरफ्तार, इस मामले में भी पूर्व आरोपियों की थी भूमिका

बालाघाट. लड़कियों को बहाने से ले जाकर उन्हें बेचने के मामले में कोतवाली पुलिस ने जहां विगत 18 मई को एक मामले का खुलासा करते हुए सात आरोपियों को गिरफ्तार किया था. वहीं आज 20 मई को इसी तरह के एक और मामले का खुलासा बालाघाट पुलिस ने किया है. वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में नगर पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र यादव और कोतवाली थाना प्रभारी महेन्द्रसिंह ठाकुर की टीम ने इसी तरह के दूसरे मामले का खुलासा करते हुए दो आरोपी और एक आरोपी को पूर्व के मामले में गिरफ्तार किया है. इस तरह पुलिस ने इस मामले में शामिल पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिसमें चार आरोपी पूर्व के मामले में भी आरोपी है.  

अपराध क्रमांक 32/19 के मामले मंे पुलिस ने गुमशुदा युवती को कोटा से दस्तयाब किया, जिसके बाद उसने जो कहानी सुनाई वह उसी तरह से है, जिस तरह से पूर्व के मामले में पीड़िता युवती ने बताई थी. युवती ने पुलिस को बताया कि उसे केटरिंग के बहाने बेबी सिडाम वारासिवनी से गांेदिया लेकर गई. जहां उसने संगीता इनवाती और प्रदीप हनवत की मदद से उसे बेबी सिडाम के घर बंधक बनाकर रखा गया. जिसके बाद तीनो ने मिलकर कोटा प्रेमनगर निवासी पूजा काबरा की मदद से उसे राजस्थान के जिला बारा के बजरंगगढ़ निवासी शंकर पांचाल को 50 हजार रूपये में बेच दिया. उसके बाद पूजा काबरा ने अपने कोटा प्रेमनगर स्थित निवास पर बंधक बनाकर रखा और जबरदस्ती शंकर पाचाल के साथ उसकी शादी कर दी. विवाह के बाद शंकर पाचाल ने उसकी मर्जी के बिना उसका देहशोषण किया.  

जिसके बाद पुलिस ने मामले में पूर्व आरोपी संगीता इनवाती, प्रदीप हनवत के साथ ही पूजा काबरा और शंकर पाचाल के खिलाफ मामला दर्ज किया. जिसमें पुलिस ने पहले युवती के दस्तयाब होने के बाद विक्रय मामले में प्रदीप हनवत और संगीता इनवाती को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है, वहीं कोटा से पूजा काबरा और राजस्थान के बारा जिला के बजरंगगढ़ से शंकर पाचाल को पुलिस गिरफ्तार करके लाई है. इसके अलावा अन्य मामले में गोंदिया के तिरोड़ा जूनी बस्ती निवासी प्रिया पति सुखदेव गजबे को गिरफ्तार किया है. जिन्हें पुलिस ने न्यायालय में पेश किया. जहां से उन्हें जेल भिजवा दिया गया है.

दूसरी युवती के दस्तयाब के बाद अपराध और अपराधियों की मिली जानकारी और रिमांड पर लिये गये आरोपियो से पूछताछ में पुलिस को और कई जानकारी मिली है. जिससे पुलिस इस मामले में और भी आरोपियों के शामिल होने की संभावना जता रही है. बालाघाट जिला लिंगानुपात में भी अव्वल है और जिले से युवतियों एवं नाबालिग लड़कियो को बहला फुसलाकर भगा ले जाने के मामले रोजाना ही सामने आते है. जानकारों की मानें तो अंचलों से लड़कियों को भगा ले जाने के बहाने मानव तस्करी की जा रही है, जिसके कई मामले बालाघाट के पुलिस थानो में पंजीबद्व है लेकिन जिस प्रकार से कोतवाली पुलिस ने वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में मानव तस्करी से जुड़े दो मामलो को एक के बाद एक खोला है, उसे मानव तस्करी से जुड़े लोगों में घबराहट बढ़ा दी है. मानव तस्करी से जुडे़ दूसरे मामले में युवती के दस्तयाबी के बाद मिली जानकारी के आधार पर कोतवाली पुलिस ने 48 घंटे के अंदर आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है.  

मानव तस्करी से जुड़े दूसरे बड़े मामले को सुलझाकर आरोपियों को गिरफ्तार करने में नगर पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र यादव, कोतवाली थाना प्रभारी महेन्द्रसिंग ठाकुर, उपनिरीक्षक मनोजसिंह जादौन, उपनिरीक्षक राहुल रायकवार, प्रधान आरक्षक दिनेश पंचेश्वर, राजेश्वर राहंगडाले, महिला प्रधान आरक्षक सत्यशीला वासनिक, शैलेष गौतम और गजेन्द्र माटे की भूमिका सराहनीय रही.


इनका कहना है

एक और युवती के दस्तयाबी के बाद जो जानकारी पीड़िता द्वारा बताई गई थी और पुलिस द्वारा रिमांड पर लिये गये आरोपियों से जो पूछताछ में पता चला था. उस जानकारी के आधार पर कोतवाली पुलिस की टीम ने वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में कार्यवाही करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. मामले की जांच जारी है.

महेन्द्रसिंह ठाकुर, थाना प्रभारी, कोतवाली थाना


Web Title : ANOTHER CASE OF BEING SOLD TO THE MISSING GIRL WAS REVEALED, THE ACCUSED ARRESTED, THE ROLE OF THE FORMER ACCUSED IN THE CASE AS WELL