बालाघाट. प्रदेश में यात्राओ को सफलता की सीढ़ी मानकर चल रही प्रदेश के राजनीति दलों में यात्राओं का दौर चरम पर है, भाजपा की जनआशीर्वाद यात्रा के बाद जनता कांग्रेस की जनाक्रोश यात्रा देख रही है, जिसमें नेताओ के खिलाफ और नेताओं का आक्रोश नजर आ रहा है. हालांकि एक बार फिर जनाक्रोश यात्रा के माध्यम से कांग्रेस फिर जनता का आक्रोश को मजबूती नहीं दे सकी. मुख्यालय में निकली जनाक्रोश यात्रा में गर्म वातावरण के बीच बारिश की राहत की तरह, यात्रा नर्म दिखाई दिखाई.
अक्सर देखने में आता है कि यात्राओं में राजनेता, यात्रा के उद्देश्यों से ज्यादा राजनीति हमला ज्यादा करते है, लेकिन बालाघाट मंे पूर्व मंत्री और यात्रा प्रभारी कमलेश्वर पटेल, जनाक्रोश के विषयो और मुद्दो पर कम, जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन पर जमकर आक्रोशित दिखाई दिये. उन्होंने जिला और पुलिस प्रशासन पर हमला बोलते हुए कहा कि आपने भाजपा का बिल्ला लगा लिया है लेकिन जनता ने कांग्रेस का बिल्ला लगाया है, जो मतदान में प्रदेश की भाजपा सरकार का विसर्जन करेगी. उन्होंने कहा कि भगवान गणेशोत्सव के दिन गणेश चतुर्थी से प्रारंभ हुई कांग्रेस की जनाक्रोश यात्रा का विसर्जन जनता मतदान केन्द्रो में भाजपा की सरकार के खिलाफ कांग्रेस को मतदान करके करेगी.
उन्होंने जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन पर जनाक्रोश यात्रा के दौरान यातायात व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए गंभीर आरोप लगाया कि जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने कांग्रेस की जनाक्रोश यात्रा को फेल करने का प्रयास किया है, उन्होंने कहा कि जनाक्रोश यात्रा के दौरान दोनो तरफ से ट्रेफिक खोल दिया गया. एक तरफ से बस आ रही है और दूसरी तरफ से गाड़ियां, लेकिन हम महात्मा गांधी के विचारधारा के लोग है, जनता को तकलीफ नहीं देते है, लेकिन यहां कोई प्रशासनिक अधिकारी या पुलिस कर्मी तो सुन ले, वह अव्यवस्था फैलाने का काम ना करें. जनाक्रोश यात्रा को यातायात खोलकर बाधित करने का काम किया, जो बर्दाश्त नहीं किया जायेगा और सरकार बदलते ही हमारे यहां के नेता, विधायक और बाहर से आने वाले नेता इस पर ध्यान देंगे और सरकार बदलते ही भाजपा के बिल्ला बदलने का काम भी किया जायेगा.