संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल से चरमराई स्वास्थ्य सेवायें, सीएचएमओ ने हड़ताल से काम पर लौटने की अपील, नियमितिकरण की मांग पर अड़े हड़ताली

बालाघाट. प्रदेश सहित जिले में लगातार पांच दिनो से चली आ रही संविदा कर्मचारियों की हड़ताल के चलते स्वास्थ्य सेवायें चरमरा गई है. स्वास्थ्य विभाग भी अब इसे स्वीकार रहा है कि जिले में स्वास्थ्य सेवाओं पर संविदा कर्मचारियों की हड़ताल से असर पड़ा है.  वहीं हड़ताली संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी बिना नियमितिकरण की मांग पूरे हुए वापस लौटने तैयार नहीं है. गौरतलब हो कि विगत 15 दिसंबर से जिले के संविदा कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये है. जिससे शहरी सहित ग्रामीण क्षेत्रो की स्वास्थ्य सेवायें लड़खड़ा गई है और लोग स्वास्थ्य सेवायें नहीं मिलने से परेशान हो रहे है. कई सेवायें और कार्यालयीन कार्य ठप्प पड़ गये हैं. वहीं धीरे-धीरे हड़ताली संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की तादाद भी धरना स्थल पर दिखाई दे रही है.  

संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रांतीय कार्यकारी अध्यक्ष डी. पी. खरोले ने बताया कि पूरे जिले के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी हड़ताल पर है, जिससे कई सेवायें प्रभावित हुई है. उन्होंने बताया कि सरकार से प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक के बाद सरकार का रवैया गंभीर नजर नहीं आ रहा है. हमारी स्पष्ट मांग है कि हम अब बिना नियमितिकरण की मांग पूरे हुए बिना हड़ताल से वापस होने तैयार नहीं है. सरकार खुद अपनी बनाई गई नीति का पालन नहीं कर रही है, जिससे मजबूरीवश हमें यह कदम उठाना पड़ रहा है. सरकार हमारे हक और अधिकार को छिनने का काम कर रही है, जो बर्दाश्त नहीं किया जायेगा.

सीएचएमओ डॉ. मनोज पांडेय ने बताया कि संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी स्वास्थ्य व्यवस्था का महत्वपूर्ण अंग है. कार्यालय से लेकर फील्ड सहित पीड़ित मानवता की सेवा के लिए उनकी मौजूदगी जरूरी है, इनकी हड़ताल का कोई विकल्प नहीं है. हमारी अपील है कि सरकार से आपसी बातचीत चलती रहे और हड़ताल स्वास्थ्य कर्मचारी अपने काम पर वापस लौटे.


Web Title : HEALTH SERVICES DISRUPTED DUE TO STRIKE BY CONTRACTUAL HEALTH WORKERS, CHMO APPEALS TO RETURN TO WORK FROM STRIKE, DEMAND REGULARISATION