शहर की स्ट्रीट लाईट से रात नहीं निकली रोशनी, नवरात्र के पहले ही शहर में पसरा अंधेरा

बालाघाट. नगरपालिका द्वारा नगरीय क्षेत्र में नवरात्र पर्व पर हरसंभव सहयोग देने का भरोसा पूर्व बैठको में दिया गया लेकिन नवरात्र की पूर्व रात्रि में ही पूरा शहर अंधकार में डूबा रहा. शहर के काली पुतली चौक, आंबेडकर चौक से लेकर जयस्तंभ चौक, सर्किट हाउस मार्ग, बैहर रोड में स्ट्रीट लाईटो के बंद रहने से पूरी रात अंधेरे में गुजरी. हालांकि नगरपालिका के बिजली शाखा के प्रमुख पारधी का कहना है कि तकनीकि समस्या के कारण रात्रि में स्ट्रीट लाईट बंद रही लेकिन तकनीकि समस्या कहां और कैसे है और कब तक सुधरेगी, इस सवाल पर वह मौन दिखाई दिये. हालांकि यह पहला मामला नहीं है, जब शहर की सड़को पर लगे स्ट्रीट लाईट का मैटेनेंस नहीं करने के कारण ऐसी स्थिति पैदा हुई है, इससे  पूर्व भी कई बार स्ट्रीट लाईटो के बंद होने से रात्रि में शहर अंधेरा में दिखाई दिया है.  

नगपालिका के बिजली शाखा प्रभारी पारधी के गंभीरता नहीं बरते जाने और लापरवाही के कारण नगरपालिका की प्रतिष्ठा पर आंच रही है, यही नहीं बल्कि शहर के अधिकांश वार्डाे में बिजली खंबो पर लगे बल्ब, नहीं जलने से केवल शो-पीस बने है. जिसकी ओर भी जानकारी दिये जाने के बावजूद बिजली शाखा के प्रमुख पारधी द्वारा अन्य कारणों का हवाला देकर आनाकानी की जाती हैं. कई बार वार्डवासियों की खंबो में बिजली नहीं जलने की शिकायत पर जब चर्चा की जाती है तो पार्षदों का कहना है कि पारधी का जवाब टालमटोल जैसा रहता है. शहर के बड़े वार्डो में आज भी कई स्थानों पर नागरिक बिजली के खंबे की लाईट जल जाने का इंतजार कर रहे है. फिलहाल बीती रात्रि शहर की स्ट्रीट लाईटो के बंद होने से नवरात्र पर्व के पूर्व आ रही शहर की स्ट्रीट बिजली समस्या को लेकर स्थिति लोगो के लिए चिंतनीय हो गई. अब देखना है कि शहर के सभी क्षेत्रो सहित वार्ड में नागरिकों को बिजली रोशनी की सुविधा का वादा कर उसे पूरा करने में लगी नपाध्यक्ष श्रीमती भारती ठाकुर, बिजली शाखा के पारधी की निष्क्रियता और लापरवाही को किस तरह से लेती है और व्यवस्थाओं में सुधार करती है. नागरिकों का कहना है कि नवरात्र में शहर की स्ट्रीट लाईट की समस्या पर फोकस कर उसे दुरूस्त किया जायें.


Web Title : NO LIGHT FROM CITY STREET LIGHTS AT NIGHT, DARKNESS SPREAD IN THE CITY EVEN BEFORE NAVRATRI