योजनाओं में रूचि नहीं लेने वाली दो आंगनवाड़ी पर्यवेक्षकों की वेतन वृद्धि रोकने के आदेश

बालाघाट. कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा ने आज 11 नवंबर को स्वास्थ्य विभाग एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास से जुड़ी योजनाओं की समीक्षा की. बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनोज पांडेय, सिविल सर्जन डॉ. अशोक लिल्हारे, डॉ. निलय जैन, महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती लीना चौधरी, सभी खंड चिकित्सा अधिकारी एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी उपस्थित थे.  

कलेक्टर डॉ. मिश्रा ने स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं की समीक्षा के दौरान निर्देशित किया कि गर्भवती माताओं के पंजीयन एवं उनके टीकाकरण व नियमित जांच पर विशेष ध्यान दिया जाये. अनमोल एप में शत प्रतिशत गभर्वती माताओं का पंजीयन होना चाहिए. कुपोषित बच्चों के उपचार के लिए पोषण पुनर्वास केन्द्र की व्यवस्थाओं को दुरूस्त रखा जाये और इन केन्द्रों के सभी बेड सदैव भरे रहना चाहिए. यदि किसी बच्चे की ग्रोथ नहीं हो रही हो तो उसे भी भर्ती कर उपचार कराया जाये. बैठक में सोनगुड्डा एवं परसवाड़ा में पोषण पुनर्वास केन्द्र बनाये जाने की आवश्यकता बताई गई. जिस पर कलेक्टर डॉ. मिश्रा ने इस दिशा में पहल करने की बात कही.  

कलेक्टर डॉ. मिश्रा ने बैठक में जननी सुरक्षा योजना एवं प्रसव सहायता योजना की समीक्षा के दौरान निर्देशित किया कि इन योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन किया जाये. इन योजनाओं में मिलने वाली राशि सीधे हितग्राही महिला के खाते में जमा की जाये. बैठक में आगामी समय में पुरूष नसबंदी के लिए जिले में मेगा कैम्प लगाने पर सहमति दी गई और इसके लिए तैयारी करने कहा गया.

महिला एवं बाल विकास विभाग की योजनाओं की समीक्षा के दौरान लाड़ली लक्ष्मी योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना एवं सुकन्या समृद्धि योजना की समीक्षा की गई. इस दौरान बताया गया कि बैहर परियोजना की आंगनवाड़ी पर्यवेक्षक मेघा डहरवाल एवं सुषमा वासनिक द्वारा अपने कार्यों में रूचि नहीं ली जा रही है. इस पर कलेक्टर डॉ. मिश्रा ने इन दोनों पर्यवेक्षकों की दो वेतन वृद्धि रोकने के आदेश दिये है.  


Web Title : ORDERS TO STOP PAY HIKE OF TWO ANGANWADI SUPERVISORS WHO ARE NOT INTERESTED IN SCHEMES