बैहर-बिरसा क्षेत्र के सरपंचो ने बैहर को जिला बनाने भरी हुंकार, बैहर जिला नही बना तो सरपंच संघ लड़ा सकता है लोकसभा चुनाव-वैभवसिंह बिसेन

बालाघाट. जिले में सरपंच संघ ने पूरे जिले के सरपंचो को एकजुट करने के लिए सरपंच एकता अभियान के तहत कार्यक्रम की शुरूआत कर दी है. जिसकी पहली बैठक बैहर विधानसभा क्षेत्र के बैहर और बिरसा ब्लॉक के सरपंचो की संयुक्त बैठक आहूत की गई. बैहर के गोंडवाना भवन में आयोजित इस बैठक में जिला सरपंच संघ अध्यक्ष वैभवसिंह बिसेन, प्रमुख संरक्षक गौरीशंकर मोहारे, विधि सलाहकार अधि. आनंद बिसेन, प्रदेश उपाध्यक्ष सुनील उईके, प्रवक्ता नितेश कटरे, बैहर ब्लॉक अध्यक्ष शिवलाल सैयाम, बिरसा ब्लॉक अध्यक्ष श्रीमती धनेश्वरी मरावी प्रमुख रूप से उपस्थित थे.

बैठक में बारी-बारी से बैहर और बिरसा ब्लॉक अध्यक्षों ने पंचायतो में आ रही समस्याआंे को रखते हुए जिला सरपंच संघ से उसके निराकरण की बात कही. अध्यक्षों ने बताया कि बैहर-बिरसा के कुछ जनपद पदाधिकारी क्षेत्र के सरपंचो पर ठेके से काम करवाने का दबाव बनाते है और सरपंचो के कार्यो में हस्तक्षेप करते है. इसके साथ ही अध्यक्षद्वय ने कहा कि कहा कि क्षेत्र में प्रचुर संपदा होने के बावजूद आज तक बैहर विधानसभा क्षेत्र, विकास में पीछे है, क्षेत्र के ग्रामीण अंचल, आज भी बदलते विकास से अछूते है. जिसका एक प्रमुख कारण बैहर को जिला नहीं बनाया जाना है. बैहर जिला नहीं होने से यहां के ग्रामीण अंचलों के प्रतिनिधि या लोग जिले तक जा नहीं पाते है. जिसको लेकर दोनो ही ब्लॉक के सरपंचो ने तय किया है कि दलगत राजनीति से हटकर बैहर को जिला बनाने के लिए संघर्ष करेंगे. उन्होंने बताया कि बैहर, बिरसा और परसवाड़ा को जोड़ दिया जाए तो यह बालाघाट संसदीय क्षेत्र का आधा हिस्सा है, जिसमें लगभग 200 पंचायतें है. जो पूर्णतः आदिवासी क्षेत्र है और इसका विकास, बैहर को जिला बनाने के बाद ही हो सकता है. उन्होंने कहा कि यदि लोकसभा चुनाव तक हमारी मांगो पर ध्यान नहीं दिया जाता है तो लोकसभा चुनाव मंे मतदान करना है या नहीं, इस पर विचार किया जाएगा. साथ ही जरूरत पड़ी तो सरपंच संघ भी अपना प्रत्याशी, लोकसभा चुनाव में उतारेगी.  

बैठक में उपस्थित जिला सरपंच संघ अध्यक्ष वैभवसिंह बिसेन ने कहा कि वर्तमान समय में जिले के पंचायतो के सरपंचो के हाल बेहाल हैै. जिसका प्रमुख कारण पांचवे वित्त और 15 वे वित्त की राशि पंचायतों को नहीं मिलना, सरपंचो का मानदेय, मनरेगा का मजदूर एवं मटेरियल का भुगतान, पीएम आवास की राशि नहीं मिलना, लाडली बहना आवास योजना की सूची का प्रकाशन नहीं होना, संबल योजना की राशि नहीं मिलना सहित अन्य कई ऐसी समस्याए है, जिससे रोजाना ही सरपंचों को दो-चार होना पड़ रहा है. जिसको लेकर सरपंच एकता अभियान के माध्यम से सरपंचों को एकजुट करने का प्रयास किया जा रहा है. जिसके तहत प्रत्येक ब्लॉक में बैठक ली जा रही है, जो फरवरी माह के अंत तक चलेगी. जिसके बाद पंचायत और सरपंचो की समस्याओं को लेकर एक वृहद आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी.

अध्यक्ष वैभवसिंह बिसेन ने कहा कि बैहर और बिरसा की बैठक में सरपंचो द्वारा रखी गई समस्याओं के निराकरण को लेकर सरपंच संघ, प्रयासरत है. इसके अलावा जो उन्होंने बैहर को दलगत राजनीति से हटकर जिला बनाने के संघर्ष का ऐलान किया है. उसमें जिला सरपंच संघ, उनके साथ है और हर मोर्चे पर उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर इस विषय पर साथ खड़े रहेगा. इस दौरान जिला पदाधिकारी, बैहर और बिरसा ब्लॉक के सभी पंचायतों के सरपंच उपस्थित थे.


Web Title : SARPANCHES OF BAIHAR BIRSA REGION HAVE VOWED TO MAKE BAIHAR A DISTRICT, IF BAIHAR IS NOT MADE A DISTRICT, SARPANCH SANGH CAN CONTEST LOK SABHA ELECTIONS.