मनरेगा को खेती से जोड़ा जाये-विशाल बिसेन, समर्थन में 15 जुलाई से किसानों से भरवाये जायेंगे फार्म

बालाघाट. मनरेगा से जब मेढ़ बंधान, खेत-तालाब और नंदन फलोद्यान जैसे कार्य किसानों के लिए किये जा सकते है तो फिर मनरेगा को खेती से जोड़कर खार भराई, परहा लगाना, निंदाई, धान काटना, बोझे बांधना और गहानी करने जैसे कार्य क्यों नहीं कराये जा सकते? यदि यह कार्य मनरेगा योजना के तहत करवाये जायें तो निश्चित ही इसका फायदा  किसान और मजदूर दोनो वर्गो को मिलेगा. यह बात प्रेसवार्ता में वैनगंगा  किसान यूनियन मध्यप्रदेश के प्रदेश संयोजक युवा नेता अजेय विशाल बिसेन ने कही.  

श्री बिसेन ने कहा कि विगत लंबे समय से हम यह मांग उठा रहे है, जो किसान और मजदूरो, दोनो के लिए फायदेमंद है, चूंकि अक्सर खेती कार्य के लिए मजदूरों का नहीं मिलना किसानों के लिए एक बड़ी परेशानी है. चूंकि वर्तमान में किसान परहा लगाने की जो मजदूरी देता है और मजदूर को पलायन करने पर महानगरों में जो मजदूरी मिलती है, उससे काफी कम होती है और किसान इतना भुगतान करने में सक्षम नहीं होता है. बरसात में ही खेती का काम होता है और इसी समय मनरेगा के कार्यो के बंद हो जाने से अक्सर मजदूर महानगरो में काम के लिए पलायन कर जाते है, कोविड के दौरान ही यह आंकड़ा सामने आया था कि एक लाख से ज्यादा जिले का मजदूर वर्ग पलायन कर जाता है, हालांकि यह तो केवल जो दर्ज हो चुका, वह आंकड़ा था लेकिन इन आंकड़ो से ज्यादा जिले के मजदूर, काम की तलाश में महानगरों की ओर  मजदूरों के पलायन कर जाते है. जिससे किसानों को खेती के काम के लिए मजदूरों की कमी, तकलीफदेह साबित होती है, यदि खेती को मनरेगा से जोड़ दिया जायें तो ना तो मजदूर पलायन करेगा और ना ही किसानों को खेती काम में मजदूरों की समस्या होगी.  

उन्होंने कहा कि यह एक राष्ट्रीय और किसान एवं मजदूरो से जुड़ा मुद्दा है, यदि ऐसा होता है तो निश्चित ही इसका फायदा किसान और मजदूरों को होगा. इस मांग को वैनगंगा किसान यूनियन एक अभियान के रूप में चलाने जा रहा है, जिसके तहत इसके मांग के समर्थन में आगामी 15 जुलाई से बालाघाट विधानसभा के लालबर्रा क्षेत्र से इसकी शुरूआत की जायेगी. जिसके तहत किसानों से मांगो के समर्थन में फार्म भरवाये जायेंगे. हमें उम्मीद है कि स्वयं को किसानों का हितैषी बताने वाली सरकारें, किसानों की इस जायज मांग को पूरा करने के लिए कदम उठायेगी. श्री बिसेन ने कहा कि इस बड़ी मांग की शुरूआत बालाघाट से हो रही है, जिसके बाद इस अभियान को लेकर वह पूरे प्रदेश में जायेंगे और किसानों एवं मजदूरों से मुलाकात कर उन्हें मांगो के समर्थन में एक साथ लाने का प्रयास करेंगे, ताकि सरकार पर इस मांग को पूरा करने के लिए दबाव बनाया जा सके.


Web Title : SCHEMES TO BE FILLED BY FARMERS FROM JULY 15 IN SUPPORT OF MNREGA SCHEME