बालाघाट. विगत 26 मार्च को लालबर्रा की ओर से आ रहे तेज रफ्तार लाल रंग के आयशर वाहन की टक्कर से बिरसोला निवासी मजदूर युवक 20 वर्षीय अंकित पिता नारायण उईके की मौत हो गई थी. जिससे गुस्साये लोगों ने मार्ग पर चक्काजाम कर बाद में लबादा टोल नाके से वाहन की जानकारी नहीं मिलने पर टोल नाका बूथ में तोड़फोड़ कर आग लगा दी गई थी. जिसमें पुलिस ने दो एफआई दर्ज की है. पहली एफआईआर में अपराध क्रमांक 104/23 में वाहन चालक के खिलाफ युवक को टक्कर मारकर मृत्यु कारित करने के मामले में धारा 179, 337, 304 और 184 मो. व्ही. एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया है. जबकि अपराध क्रमांक 105/23 में रास्ता अवरूद्ध करने, शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने और पुलिस वाहन पर पत्थर चलाकर कांच तोड़ने और पथराव के मामले मंे लालबर्रा पुलिस ने 10 नामजद आरोपियों सहित अन्य पर बलवा सहित अन्य धाराओं 341, 146, 147, 427, 186, 336, 353 भादंसं. के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया है. हालांकि लबादा टोल नाके में तोड़फोड़ सहित आगजनी किये जाने के मामले में अब तक किसी ने शिकायत दर्ज नहीं कराई है. थाना प्रभारी उपनिरीक्षक विजय बघेल का कहना है कि बिरसोला चौक में रात लगभग 8 बजे चक्काजाम कर शासकीय में बाधा पहुंचाने और पत्थरबाजी मामले सहित दुर्घटना में युवक की मौत मामले में दो एफआईआर दर्ज की गई है. लबादा टोल नाके में तोड़फोड़ और आगजनी के मामले में अब तक किसी ने शिकायत दर्ज नहीं कराई है. यदि कोई शिकायत करता है तो उसमें भी मामला दर्ज किया जायेगा.
गौरतलब हो कि 26 माच की रात्रि लालबर्रा थाना अंतर्गत बिरसोला में लाल रंग के वाहन टक्कर से बिरसोला निवासी 20 वर्षीय युवक अंकित पिता नारायण उईके की मौत और उसके साथी सूर्या निवासी 28 वर्षीय रविशंकर पिता रामस्वरूप घटरे के गंभीर रूप से घायल होने की घटना के बाद क्षेत्रीय ग्रामीणों ने हल्ला बोल दिया. जहां बिरसोला चौक पर राज्यमार्ग को चक्काजाम कर अवरूद्ध कर दिया गया था. वहीं लबादा टोल नाके में वाहन की जानकारी मांगने पर टोल नाका में कार्यरत कर्मियों द्वारा जानकारी नहीं देने घटना से आक्रोशित लोगों ने टोल नाका में तोड़फोड़ कर दी और उसके बाद टोल बूथ में आग लगा दी थी. घटना की जानकारी के बाद पुलिस बल मौका पर पहुंचा था. फिलहाल इस मामले में अब तक नामजद आरोपियों के नाम पुलिस ने ओपन नहीं किये है. पुलिस का कहना है कि मामले में विवेचना की जा रही है.