गोंगपा के समर्थन का दुष्प्रचार कर रहे निर्दलीय प्रत्याशी भुवनसिंह कोर्राम-उईके, गोंगपा प्रत्याशी ने कहा सतर्क रहे आदिवासी

बालाघाट. 1991 से आदिवासी समाज का गोंडवाना गणतंत्र पार्टी, राजनीतिक प्रतिनिधित्व कर रही है, चूंकि बालाघाट-सिवनी संसदीय क्षेत्र में लगभग 50 प्रतिशत आबादी, आदिवासी समाज से है, जो हमेशा से ही गोंगपा को वोट करते आ रही है, यह वोट गोंगपा को ना जाए, इसलिए निर्दलीय प्रत्याशी भुवनसिंह कोर्राम, यह दुष्प्रचार कर रहे है कि गांेगपा ने उन्हें समर्थन दे दिया है, जबकि यह गलत और निरर्थक है. जिससे आदिवासी समाज सतर्क और सावधान हो जाए. यह बात गोंगपा प्रत्याशी नंदलाल उईके ने बालाघाट में मीडिया से चर्चा के दौरान कही.

उन्होंने कहा कि बालाघाट-सिवनी संसदीय क्षेत्र में यह अच्छा मौका है, जब पूरा आदिवासी समाज, गोंगपा को, आदिवासियों की समस्या की अनदेखी, जल, जंगल और जमीन से बेदखल करने की साजिश और वनाधिकार पट्टा नहीं देने के खिलाफत कर आशीर्वाद प्रदान करें.  गोंगपा प्रत्याशी नंदलाल उईके ने कहा कि संसदीय क्षेत्र में सर्वाधिक आदिवासी मत होने के बावजूद आज भी संसदीय क्षेत्र का आदिवासी प्रताड़ित है. विस्थापन के नाम पर उन्हें गांव से बेदखल किया जा रहा है और बाहर के लोगों को बसाया जा रहा है.

उन्होंने कहा कि आदिवासियो का राजनैतिक प्रतिनिधित्व करने वाली गोंगपा से पूर्व में जयसिंह टेकाम और हीरासन उईके ने चुनाव लड़ा, जिन्होंने अच्छे मत हासिल किए. एक बार फिर आदिवासी और जिले के गरीब, शोषित, पीड़ित की आवाज उठाने, गांेगपा चुनावी मैदान में है. ना केवल हम आदिवासी समाज बल्कि सर्वहारा वर्ग की समस्याओं के निराकरण के साथ ही संसदीय क्षेत्र में एक बेहतर विकास देंगे.  उन्होने कहा कि निर्दलीय प्रत्याशी भुवनसिंह कोर्राम, गोंगपा का स्वयं को समर्थन बताकर ओछी मानसिकता का परिचय दे रहा है. सर्व आदिवासी समाज के नाम से चंद लोगों को साथ लेकर वह आदिवासी समाज को बरगलाने का काम कर रहा है. उन्हांेने निर्दलीय प्रत्याशी भुवनसिंह कोर्राम को चेतावनी दी कि वह इस तरह के प्रचार से बाज आए. गोंगपा प्रदेश अध्यक्ष ने भी किसी भी तरह के समर्थन से इंकार किया है. उन्होंने कहा कि पूरे संसदीय क्षेत्र का हम दौरा कर चुके है और हमें पूरा विश्वास है कि आदिवासी समाज के साथ ही सर्वहारा समाज, गोंगपा को बढ़-चढ़कर आशीर्वाद देगा.  

Web Title : INDEPENDENT CANDIDATE BHUVANSINH KORRAM UIKE, GONGPA CANDIDATE SAYS TRIBALS SHOULD BE CAUTIOUS