बालाघाट. सत्य, अहिंसा और जियो और जीने दो के पथ प्रदर्शक जैन धर्म के चौबीसवें तीर्थंकर भगवान महावीर का जन्म उत्सव 25 अप्रैल को जिले में परंपरानुसार मनाया जायेगा. इस वर्ष कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए लगाये गये लॉकडाउन के कारण जैन धर्मावलंबियों ने घर में ही भगवान महावीर जयंती मनाकर विधि-विधान से पूजा अर्चना की और भगवान महावीर को नमन कर वैश्विक महामारी कोरोना को जड़मुल से खत्म कर मानव जीवन की रक्षा करने की प्रार्थना की.
भगवान महावीर जयंती के अवसर पर भगवान महावीर के जियो और जीने दो के मंत्र को साकार करते हुए जैन युवाओं ने मानवसेवा की अनूठी पहल की. कोरोना महामारी के दृष्टिगत जिले में रक्तदान की कमी के कारण रक्त बैंक में कम होती जा रही रक्त की कमी के चलते जरूरतमंदो को हो रही रक्त की कमी की समस्या को समझते हुए रक्तदान किया.
भगवान महावीर जयंती पर आज 25 अप्रैल को रक्तदान, महादान के संकल्प के साथ जैन युवाओं ने रक्त की कमी से जूझते जरूरतमन्दों की जान बचाने की मंशा से ब्लड ट्रांसपोर्टर वेनिटी वेन के माध्यम से 32 यूनिट रक्तदान किया. जिसमें जैन समाज के पुरूष, महिला और युवाओं के अलावा अन्य समाज के लोगों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और पीड़ित मानवता के सेवार्थ रक्त का महादान किया.
भगवान महावीर जैन युवा समिति के सदस्य अक्षय कांकरिया ने बताया कि 25 अप्रैल को भगवान महावीर जयंती के अवसर पर रक्तदान की शुरूआत ब्लड ट्रांसपोर्टर वेनिटी वेन के साथ काली पुतली चौक से प्रातः 10 बजे की गई और दोपहर 3 बजे तक यह क्रम लगातार हनुमान चौक तक चला. इस बीच आने वाले सभी राजघाट चौक, सुभाष चौक, नया सराफा में ब्लड ट्रांसपोर्टर वेनिटी वेन को खड़ा किया गया. जहां सेवाभावी रक्तदाताओं ने वेन में पहुंचकर जरूरतमंदो के लिए रक्तदान किया.
श्री कांकरिया ने बताया कि इस रक्तदान के कार्यक्रम को सफल बनाने में जिला अस्पताल बालाघाट के ब्लड बैंक कर्मचारियों की टीम ब्लड बैंक काउंसलर श्यामा घालेकर, स्टॉफ नर्स कामिनी, लेब टेक्निशियन श्री भगत, बीटीवेन चालक श्री कातरे, टेक्निशियन वेनिटि अटेंडर डिम्पी पंचेश्वर का सराहनीय योगदान रहा. अक्षय कांकरिया ने बताया कि आगामी 1 मई तक जैन युवाओं द्वारा ब्लड ट्रांसपोर्टर वेनिटी वेन के माध्यम से जिला चिकित्सालय में रक्त की कमी को पूरा करने के लिए जिले में रक्तदान, महादान की अपील कर इच्छुक रक्तदाताओं से रक्त एकत्रित कर जिला चिकित्सालय को सौंपा जायेगा. उन्होंने कहा कि जिस तरह से सरकार ने देश में कोरोना बचाव को लेकर आगामी 1 मई से 18 वर्ष से ऊपर के युवाओं को कोविड-19 प्रतिरोधक दवा देने का निर्णय लिया है, इस दौरान युवा रक्तदाता यदि वेक्सिन लगायेंगा तो दोनो डोज के बीच लगने वाले लगभग दो माह के अंतराल तक वह रक्तदान नहीं कर पायेगा, इसलिए युवाओं से अपील है कि वह आगामी 1 मई तक सामाजिक रूप से की जा रही रक्तदान अभियान में सहभागी बनकर पीड़ित मानवता के सेवार्थ आगे आये और रक्त का महादान करें.
भगवान महावीर जयंती पर जैन युवाओं द्वारा रक्तदान की अभिनव पहल में महावीर जयंती उत्सव समिति, सकल जैन समाज और युवा प्रसन्न कांकरिया, प्रतीक जैन, अक्षय कंकरिया, हितेश संतवाणी, गौतम ब्रम्हे, प्रशांत पगारिया, अतुल जैन, रोहित गोलछा, शशांक पगारिया, अतुल सिंगी, मयंक कांकरिया, वल्लभ बाफना सहित अन्य युवाओं ने सभी रक्तदाताओ का हृदय से आभार व्यक्त किया है.